उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कोविड-19 के सैम्पल की जांच करने के लिए स्थापित लैब का अवलोकन किया। इस लैब के बनने से कोरोना वायरस की जांच के परिणाम समय से आ सकेंगे, जिसका उपचार भी समय से होगा। हरियाणा सरकार की करनाल जिले के लोगों के लिए यह एक अच्छी पहल है।
उपायुक्त ने आज कल्पना चावला राजकीय मैडिकल कॉलेज में पहुंचकर कोविड-19 में मरीजो की जांच कर रहे डॉक्टरों से बातचीत की और उनकी दिक्कतों के बारे में जानकारी ली।
उन्होंने उसके बाद मैडिकल कॉलेज की तीसरी मंजिल पर स्थापित कोरोना वायरस टैस्टिंग लैब का भी अवलोकन किया। उपायुक्त ने बताया कि इस लैब का आज वीरवार को ट्रायल किया गया, शुक्रवार को यह लैब अपना काम शुरू कर देगी।
लैब स्थापित होने से टैस्टों के परिणाम शीघ्र आने शुरू होंगे, जिससे समय पर पीडि़तों का ईलाज भी हो सकेगा। इससे मरीजो का ज्यादा आराम मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि महामारी से बचने का एक ही तरीका है, जितनी भी रोकथाम हो सके, वह बेहतर है।
उपायुक्त ने बताया कि करनाल में करीब 3 लाख परिवार हैं, इन परिवारों के स्वास्थ्य की जानकारी व सरकार की योजनाओं व सुविधाएं आम आदमी तक पहुंचे, इसके लिए जिला स्तर पर आशा वर्कर, आंगनवाड़ी वर्कर और बीएलओ की टीम बनाई है, जो घर-घर जाकर स्वास्थ्य की जानकारी लेगी और लोगों से लॉकडाउन में जरूरतों की भी जानकारी लेगी, ताकि सही मायने में जरूरतमंद किसी जरूरी वस्तु से वंचित न रहे।
उन्होंने जमातियों के बारे में बताया कि वह खुद आगे आएं, यदि वह जांच के बाद पॉजीटिव पाए जाते हैं, उनका व उनके परिवार का ईलाज करवाया जाएगा, उन्हें सरकार की हर सुविधा दी जाएगी। उन्हें डरना नहीं बल्कि प्रशासन का सहयोग करना चाहिए। उन्होंने करनाल की जनता से अपील की है कि करनाल में ठीक प्रकार से व्यवस्था की गई है।
मैडिकल व पैरा मैडिकल स्टाफ मेहनत से काम कर रहा है, किसी अफवाह पर ध्यान न दें, जिले में जो कोविड-19 के तहत मेहनत की गई है, उसे खराब न होने दें, बल्कि अपने घरों में ही रहकर लॉकडाउन का पालन करें। उन्होंने बताया कि करनाल शहर में मैडिकल स्टोर सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक खोलने का निर्णय लिया गया है। इसके बाद सभी मैडिकल स्टोरों के संचालकों को होम डिलीवरी देने के लिए कहा गया है।
जानकारी के अनुसार लोग बिना किसी जरूरत के इन स्टोरों पर भीड़ लगाते थे। उन्होंने बताया कि प्राईवेट अस्पताल, नर्सिंग होम में खुले मैडिकल स्टोरो पर कोई पाबंदी नही है और न ही राजकीय मैडिकल कॉलेज के सामने के स्टोरों के खुलने पर कोई पाबंदी नही हैं।
उन्होंने बताया कि कुछ लोग लॉकडाउन का नाजायज फायदा उठाकर दवाईयों को मैहंगी दर पर बेच रहे हैं, ऐसे लोगों को बक्शा नही जाएगा, उन्हें ऐसे समय में अपनी मानवता को नहीं भूलना चाहिए।