मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने उपायुक्तों को निर्देश दिए और कहा कि किसानों की गेहूं व सरसों की फसल का दाना-दाना खरीदा जाना है, इसके लिए जिला स्तर लॉकडाउन को ध्यान में रखते हुए व्यापक प्रबंध किए जाएं। जहां भी परचेज सैंटर बने वहां पर क्रम अनुसार ही किसानों को बुलाया जाए ताकि भीड़-भाड़ से बचा जा सके और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके।
सचिव वीरवार को वीडियो कांफ्रैंसिंग के माध्यम से प्रदेश में होने वाली गेहूं व सरसों की खरीद की तैयारियों की समीक्षा कर रही थी। उन्होंने उपायुक्तों को निर्देश दिए कि गेहूं की खरीद में पारदर्शिता हो, किसी भी किसान को खरीद के दौरान दिक्कत ना हो, किसानों को अपनी गेहूं बेचने के लिए दूर ना जाना पड़े इसके लिए नजदीक ही परचेज सैंटर बनाए जाएं और गत वर्ष से पांच गुणा परचेज सैंटर बनाए जाएं ताकि गेहंू खरीद में कोई दिक्कत ना आए।
परचेज सैंटर के लिए सैंटर डिजाईन किए जाएं ताकि मंडियों की तरह आढ़तियों के बैठने की जगह, तोल, मजदूरों का स्थान, उठान व अन्य सुविधाओं का पूरा प्रबंध हो। परचेज सैंटर पर कम्पयूटर या लैपटॉप की सुविधा हो, शौचालय व पीने के पानी का प्रबंध हो, मंडी में काम करने वाले सभी कर्मचारियों, आढ़तियों, अधिकारियों व कामगारों के पास बनवाए जाएं, सभी को मास्क उपलब्ध करवाए जाएं और पूरे क्षेत्र को सैनिटाईज किया जाए। जिस भी किसान को बुलाया जाए यह ध्यान रखें कि उस दिन जिस किसान का नम्बर है वही मंडी में पहुंचा है।
19 अप्रैल तक सभी करवाएं मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पर अपनी फसल रजिस्टर्ड, सीएससी पर भी हो सकेगा रजिस्ट्रेशन : मुख्य सचिव।
मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश में जिन किसानों की मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल के तहत फसल रजिस्टर्ड है उनकी ही फसल खरीदी जाएगी। अब तक प्रदेश में 60 प्रतिशत किसानों ने अपनी फसल रजिस्टर्ड की है। उन्होंने कहा कि जो किसान अब तक अपनी फसल पोर्टल पर रजिस्टर्ड नहीं कर सके 19 अप्रैल तक पोर्टल पर अपनी फसल रजिस्टर्ड करवा सकता है।
किसान मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर मंडियों में तथा गांव-गांव सीएससी सैंटर पर जाकर अपनी फसल रजिस्टर्ड करवा सकता है। इसके लिए सीएससी को खोलने की अनुमति दी गई जो केवल 19 अप्रैल तक केवल पोर्टल पर फसल रजिस्टर्ड करेंगे। उन्होंने सभी उपायुक्तों को निर्देश दिए कि सभी सीएससी संचालकों को निर्देश दें और वह सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करें।
बारदाने की ना हो किसी किसान के पास कमी : प्रधान सचिव राजेश खुल्लर।
मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर ने वीडियो कांफ्रैंसिंग के माध्यम से सभी उपायुक्तों को निर्देश दिए हैं कि किसी भी किसान के पास बारदाने की कमी नहीं होनी चाहिए, इसका विशेष ध्यान रखना होगा, हो सके तो परचेज सैंटर के नजदीक धर्मकांटे की व्यवस्था की जाए और किसी भी जरूरत के लिए हैल्पलाईन बनाई जाए ताकि किसानों को किसी प्रकार की दिक्कत ना आए।
पंचायतों में फसल खरीद के लिए लगाएं नोटिस ताकि शैड्यूल के अनुसार हो सके खरीद : एसीएस संजीव कौशल।
एसीएस संजीव कौशल ने वीसी के माध्यम से सभी उपायुक्तों को कहा कि सभी पंचायतों में नोटिस लगाया जाए कि किसी किसान को कब, किस सैंटर पर अपनी फसल लेकर जानी है। उनकी फसल निर्धारित शैड्यूल के अनुसार ही खरीदी जाएगी, बिना शैड्यूल के कोई भी किसान अपनी फसल परचेज सैंटर पर लेकर ना आए, सोशल डिस्टैंस का ध्यान रखें।
जिला में 159 बने हैं परचेज सैंटर, सभी किसानों की फसल को खरीदा जाएगा, किसान करें सहयोग, बुलावे पर ही अपने परचेज सैंटर पर आएं : उपायुक्त निशांत कुमार यादव।
उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि जिला में 159 परचेज सैंटर बनाए गए हैं, जिला में गेहूं की खरीद में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। इसके लिए रोड मैप बनाया गया है। सभी परचेज सैंटरों पर संबंधित विभाग की ड्यूटी लगाई है। मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल के तहत फसल रजिस्टर्ड के लिए सीएससी को खोलने के भी निर्देश दिए गए हैं ताकि सभी किसान अपनी फसल को इस पोर्टल पर रजिस्टर्ड कर सकें। उन्होंने जिला के किसानों से अपील की है कि सभी किसानों की फसल को खरीदा जाएगा, वही किसान परचेज सैंटर पर पहुंचे जिसको गेहंू खरीद के लिए बुलाया गया है, किसान प्रशासन का सहयोग करें।