- बल्ला परीक्षा केन्द्र पर एक अध्यापक को प्रश्र पत्र की मोबाईल से फोटो लेते पकड़ा,
- मुकदमा दर्ज करने के लिए किया बल्ला पुलिस चौकी के हवाले,
- दोषी अध्यापक को निलंबित करने के लिए सरकार को लिखा पत्र।
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की दसवीं व बारहवीं परिक्षाओं को नकल रहित व शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न करवाने के लिए सरकार और प्रशासन की कटिबद्घता के चलते उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने मंगलवार को जिला के गांव पाढा, बाल रांगड़ान, बल्ला व सालवन में बनाए गए परीक्षा केन्द्रों पर जाकर औचक निरीक्षण किया। उपायुक्त के साथ एसीयूटी आशीष सिन्हा व जिला शिक्षा अधिकारी रविन्द्र चौधरी भी थे।
इस दौरान बल्ला गांव के परीक्षा केन्द्र पर एक अध्यापक को प्रश्र पत्र की मोबाइल से फोटो लेने की कोशिश करने का एक मामला उपायुक्त के संज्ञान में आया, जबकि सरकार व बोर्ड के निर्देशानुसार परीक्षा केन्द्र पर किसी भी अध्यापक को मोबाईल फोन साथ रखने की ईजाजत नहीं है।
उपायुक्त के आदेश पर दोषी अध्यापक तेजबीर को बल्ला चौकी के हवाले कर दिया गया, जहां उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। बतौर उपायुक्त अध्यापक को तुरंत प्रभाव से निलंबित करने के लिए सरकार को भी लिख दिया गया है।
खास बात यह रही कि किसी भी सेंटर पर नकल का कोई केस नहीं मिला, न ही बाहर से पर्ची फैंकने वाले दिखाई दिए। हालांकि उपायुक्त के उडऩदस्ते को देख परीक्षा केन्द्रों पर ड्ïयूटी दे रहे अध्यापक, सुपरवाईज़र व केन्द्र अधीक्षक एक बार तो हैरान हुए, लेकिन शांतिपूर्ण चल रही परीक्षाओं के होते उनमें आत्मविश्वास बना रहा। मंगलवार को सभी परीक्षा केन्द्रों पर दसवीं का गणित का पेपर था।
उपायुक्त ने प्रत्येक सेंटर पर एक-एक कमरे में जाकर स्वयं नकल को चैक किया, परिक्षार्थी के नीचे बिछे टाट को उठाया, प्रश्र पत्र और उत्तर पुस्तिकाओं को पलटकर और हिलाकर देखा, परीक्षार्थियों के जेबों की भी तलाशी ली गई। परीक्षा केन्द्रों की खिड़कियां, दरवाजे और रोशनदान तक चैक किए और उनके साथ लगती बाउंडरी वाल के अंदर और बाहर अच्छी तरह झांक कर देखा गया।
उपायुक्त के उडऩदस्ते में साथ गए अधिकारी भी नकल चैक करते रहे। ड्ïïयूटी पर लगे पुलिस कर्मचारियों की भी उपस्थिति चैक की गई, सभी अपनी ड्ïयूटी पर मुस्तैद थे।
उपायुक्त ने सभी केन्द्रों पर तैनात अधीक्षकों से परीक्षार्थियों की संख्या, उपस्थिति व विषय बारे जानकारी ली। यह भी पूछा कि किसी तरह का व्यवधान तो नहीं हो रहा। केन्द्र अधीक्षको ने बताया कि सब कुछ शांतिपूर्ण ढंग से हो रहा है और नकल को लेकर किसी भी परीक्षार्थी का यू.एम.सी. नहीं बना है।
इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी रविन्द्र चौधरी ने उपायुक्त को बताया कि जिन गांवो की चैकिंग की गई है, यह नकल जैसे मामलो को लेकर पहले कभी संवेदनशील की सूची में थे, लेकिन अब ऐसा नहीं दिखाई दे रहा।
चैकिंग के बाद उपायुक्त ने कहा कि परीक्षा केन्द्रो पर नकल न हो, यह अच्छी बात है। लेकिन जब तक परीक्षाएं रहेंगी, कोई भी कर्मचारी या बाहरी व्यक्ति नकल करवाने जैसे अनूचित तरीके में लिप्त पाया गया, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।