करनाल जिले के कस्बा असंध में एक घर से 11 सांप निकले हैं। बताया जाता है कि 6-6 फीट लंबे ये सांप घर में तूड़ी में छिपे बैठे थे। पता चलने पर सांप पकड़ने वाले स्पेशलिस्ट को बुलाया गया, जिन्होंने सांपों को पकड़कर जंगल में छोड़ दिया। स्नेकमैन सतीश फफड़ाना ने बताया कि इस तरह का यह पहला मामला है, जब इतने बड़े आकार के इतने सारे सांप एक साथ मिले हों।
मामला, असंध के खिजराबाद रोड पर खेतों में बने डेरा पिंडोरिया (खेतों में बना रिहायशी मकान) का है। डेरे के मालिक ने बताया कि यहां पशु बांधे जाते हैं। पास ही तूड़ी स्टोर की गई है। मंगलवार को जब घर के सदस्य यहां से तूड़ी लेने गए तो अचानक सांप देखकर घबरा गए।
इसके बाद आनन-फानन में स्नेकमैन सतीश फफड़ाना को सूचित किया गया। सतीश ने आकर कुछ देर में यहां सांप को पकड़ा तो एक-एक करके 10 और सांप निकले। इस बारे में स्नेकमैन सतीश ने बताया कि डेरे के मालिक ने उन्हें सूचना दी तो उन्होंने देखा एक से ज्यादा सांप हैं। पहले एक साथ तीन सांप पकड़े। अपने साथी के साथ मिलकर सांप पकडऩे शुरू किए तो एक के बाद एक 11 सांप एक ही जगह से निकले।
मादा सांप होने की वजह से हुए एकजुट
सतीश ने बताया कि खेत की जगह होने के कारण इतने सांप एक जगह एकत्र हुए हैं। साथ ही यह भी हो सकता है कि इनमें कोई सांपिन भी हो, जिसकी गंध की वजह से बाकी के सांप यहां आ गए। वैसे इलाके का यह पहला मामला है, जब एक ही जगह से पकड़े 11 सांप 6-6 फीट के हैं।
कब हैं खतरनाक
उन्होंने बताया कि ये सभी सांप रैट स्नेक प्रजाति के हैं, जो इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा पाए जाते हैं। ये इतने खतरनाक सांप नहीं होते। इन्हें किसान मित्र भी कहा जाता है और ये सिर्फ चूहों को खाते हैं। इनमें विष नहीं होता। यह सांप आदमी या दूसरे किसी पशु वगैरह पर तब ही वार करता है, जब इस पर पांव रखा जाए।
वार के वक्त अपने दांत घाव में छोड़ देता है, जिससे कई बार इन्फेक्शन हो जाता है। उस दौरान सावधानी बरतने की जरूरत होती है। इन्हें मारना नहीं चाहिए। वैसे भी प्रकृति के संतुलन के लिए जीव-जंतुओं को मारना सही नहीं।