बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं और लोहड़ी बेटी के नाम के साथ धरती बचाने के लिए मुहिम छेढऩे वाले हरियाणा में सबसे पहले जन आंदोलन का शुखनाद करने वाली स्वयंसेवी संस्था सारथी ने गांव गांव में शिक्षा और संस्कार पहुंचाने के लिए चलता फिरता स्कूल सुशिक्षा की शुरूआत दरण गांव से की हैं। इस गांव को प्लस्टिक मुक्त किया जाएग। आज गांव दरड़ में चलता फिरता स्कूल पहुंचा। वहां पर पास में समरा गांव के गुरुद्वारे में कक्षा लगाई गई।
गांव के बच्चों ने इसमें भाग लिया। इस अभियान का शंखनाद आस्टे्रलिया से डिग्री लेकर देश सेवा के काम में जुटने वाली अनन्या बनर्जी तथा उसकी बहन संजोली बनर्जी ने किया। इस अभियान के बारे में जानकारी देते हुए सारथी के प्रमुख मिहिर बनर्जी ने बताया कि सारथी ने मोबाइल स्कूल के माध्यम से वह गांव गांव जाकर बच्चों को सकूली शिक्षा के साथ व्यक्तित्व विकास के के लिए अंग्रेजी स्पीकिंग, भाषण कला, के साथ अपन बात को सही एंग से प्रस्तुत करने केतौर तरीके बता रहे हैं। इसकी शुरूआत दरड़ गांव से की।
वह इस गांव को प्लास्टिक मुक्त बनाना चाहते हैं। उन्होंने गांव वालों को नारादिया ळै कि चह शिक्षा के बदले प्लासिटक का मोह त्योगें। वह पर्यावरण के लिए पौधे लगाएं। गांव को हरा भरा बनाएं। आज समोरा गांव के गुरुद्वारे में कक्षा लगाई गई। रविवार को भी गांव में कक्षा लगाई जाएगी। उनकी मोवाइल स्कूल बेन गांव गांव में चलेगी। इसके माध्यम से युवा भी उनके साथ जुड़ रहे हैं। उन्होंने बगताया कि पहले करनाल के सभी गांवों को प्लास्टिक मुक्त बनाया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्लास्टिक मुक्त के साथ सुक्षिक्षित और सशक्त गांवों को निर्माण के सपने को पूराकरने के लिए निकल पड़े हैं। उनके साथ गगन वनर्जी,दिलवाग समरा, वंशिका, यशिका, निधि, पारुल, अरुण, प्रिंस, परम अजीज,दीप्त, पूजा, शालू, कंवल प्रीत भी इस अभियान में अपनी सकिय भागीदारी निभा रहे हैं।