घरौंडा विधायक हरविंद्र कल्याण ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीएसटी लागू करके ऐतिहासिक कदम उठाया है लेकिन किसी भी चीज को व्यवस्थित करने में समय लगता है। हर कार्य में पारदर्शिता बहुत जरूरी है। सरकार अपना काम कर रही है लेकिन जब हर व्यक्ति इस जिम्मेदारी को अपना कार्य समझकर समय पर पूरा करेगा तभी वह राष्ट्र निर्माण में सहायक होगा। जीएसटी वास्तव में ऐसा विषय है जिसे गंभीरता से समझने की जरूरत है। सरकार व मुख्यमंत्री माननीय मनोहरलाल का प्रतिनिधि होने के नाते मैं आपकी बात उनके समक्ष रखूंगा और जो संभव होने वाली बात होगी उसके समाधान की कोशिश करूंगा।
गुरुवार को सेक्टर 12 स्थित गोल्डन मूमेंट में जिला टैक्सेशन बार एसोएिसशन की ओर से जीएसटी पर हुए सेमिनार में बतौर मुख्यअतिथि श्री कल्याण ने टैक्स परफोरमेंस, रेवेन्यू कलेक्शन की कल्पना एक डैम से करते हुए कहा कि उस डैम का कितना क्षेत्रफल है, कितनी उससे सिंचाई होगी, महाराष्ट्र जैसे राज्यों में यह सब बातें रेवेन्यू कलेक्शन पर आधारित हैं। यह डैम अच्छे से भरे और इसका सभी को लाभ हो, इसी तरह जीएसटी है, सभी को सुविधाएं मिलें और सभी इससे लाभान्वित हों।
उन्होंने एसोसिएशन के सदस्यों से कहा कि आपकी प्रेक्टिकल दिक्कतें हैं, आपने दोनों तरफ का रोल अदा करना है, क्लाइंट को भी देखना है और यह भी सुनिशिचत करना है कि सभी टैक्स अदा करके राष्ट्र निर्माण् में महती भूमिका अदा करें। मदान जी ने जब इस विषय को रखा तो उन्होंने दिल बहलाने वाले अंदाज में इसे गब्बर सिंह टैक्स कहा, मुझे लगा कि यह वास्तव में गंभीरता से समझने वाला विषय है और इस संदर्भ में सभी संबंधित से चर्चा करने की सख्त जरूरत है। विधायक हरविंद्र कल्याण ने अपनी चिरपरिचित गंभीर शैली में कहा कि जीएसटी की चर्चा कब से शुरू हुई होगी, इस पर मंथन चिंतन जरूर हुआ होगा और उसके बाद यह लागू हुई, ऐसा नहीं है कि इसे मंथन चिंतन के बिना ही लागू कर दिया गया।
हां समय के साथ जो प्रेक्टिकल दिक्कतें आती हैं उनका भी समय से ही समाधान निकलता है। इससे पहले सेमिनार के गेस्ट ऑफ ऑनर रिटायर्ड आईएएस युद्धवीर सिंह ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी कहते थे कि किसी भी व्यवस्था को लागू करने का लाभ तभी तक है जब उसका लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। इससे पहले जिला टैक्सेश्न बार एसोसिएशन के प्रधान संजय मदान ने जीएसटी की तकनीकी दिक्कतों को रखते हुए कहा कि जीएसटी फाइल करने वाला पोर्टल बड़ा होना चाहिए, वर्तमान में जो पोर्टल है वह छोटा है जिसके कारण वह भर जाता है और समय पर जीएसटी फाइल नहीं हो पाता, यह बहुत बड़ी दिक्कत है।
टैक्स बार एसोसिएशन के सचिव सुरेंद्र भारती ने वैट एसेसमेंट की डेट दोबारा 31 मार्च 2020 तक करने करने की बात कही, जबकि इसकी अंतिम तिथि अब 31 दिसंबर 2019 कर दी गई है। मौके पर दिल्ली से आए विषय विशेषज्ञ एडवोकेट सुशील वर्मा ने जीएसटी की कई तकनीकी दिक्कतों को सेमिनार में मुख्यअतिथि श्री कल्याण व वकीलों के समक्ष रखा। इस मौके पर करनाल के एडवोकेट विक्रांत ने मुख्यअतिथि घरौंडा विधायक हरविंद्र कल्याण की 31 साल की मेहनत और संघर्ष की राजनीतिक यात्रा के साथ- साथ उनकी 2004 की पदयात्रा को भी गहरे तरीके से परिभाषित किया।
मौके पर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मुख्यअतिथि विधायक हरविंद्र कल्याण को शॉल उडाकर व स्मृति चिन्ह देकर अपना अभिवादन प्रकट किया। मौके पर एडवोकेट विमल जैन, डीटीसी डा. आनंद सिंह, संयुक्त सचिव सुमित बठला, पूर्व प्रधान सुरेंद्र रोहिला, अनिश अरोड़ा, संजय अरोडा, सतपाल अरोड़ा सहित हरियाणा के कई जिलों से आए अधिवक्ता मौजूद रहे।