- कूड़ा-कर्कट मुक्त शहर के लिए करनाल को मिले 3 स्टार,
- इस उपलब्धि के लिए हरियाणा में अकेला और देशभर में तीसरे स्थान पर रहा करनाल,
- निगमायुक्त निशांत कुमार यादव ने नागरिकों को दी बधाई।
करनाल के नागरिकों के लिए खुशी भरी एक बड़ी खबर। अपने शहर को गारबेज फ्री सिटी घोषित कर 3 स्टार मिले हैं और इस उपलब्धि को हासिल करने वाला करनाल हरियाणा का अकेला और महाराष्ट्र व गुजरात के बाद तीसरे स्थान पर है। इसका श्रेय कूड़ा-कर्कट उठाने वाले समर्पित सफाईकर्ता व जागरूक नागरिकों को जाता है। इस खबर को लेकर निगम आयुक्त निशांत कुमार यादव ने इसे अनदर फिदर इन द कैप अर्थात करनाल की टोपी में एक ओर पंख लग गया है।
उपलब्धि को लेकर निगमायुक्त ने मंगलवार को जानकारी दी कि भारत सरकार के आवास एवं शहरी मंत्रालय की ओर से बीते माह सितम्बर में जी.एफ.सी. यानि गारबेज फ्री सिटी की रेटिंग के लिए थर्ड पार्टी की ओर से मूल्यांकन करवाया गया था। इसके बाद ऐसे शहरों को स्टार रेटिंग की घोषणा हुई। परिणाम स्वरूप रेटिंग में महाराष्ट्र की नवी मुम्बई को 5 स्टार, गुजरात के तलाला को 3 स्टार और हरियाणा के करनाल को भी 3 स्टार मिले। इस श्रृंखला में करनाल के बाद महाराष्ट्र के ही मीरा भयंदर सहित 11 अन्य शहरों को 3 स्टार और इसी राज्य के 4 शहरों खानापुर, बल्लारपुर, वासाई विवार व मलकापुर को 1-1 स्टार मिला है।
सैवन स्टार रेटिंग प्रोटोकॉल को लेकर निगमायुक्त ने बताया कि ऐसी रेटिंग स्वच्छता के उच्च मानदण्डों को लेकर निर्धारित की गई है। उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया में पहले स्वयं शहर को गारबेज फ्री सिटी घोषित करते हैं और फिर उक्त मंत्रालय की थर्ड पार्टी एसेसमेंट करती है। इसमें एक कंडीशन यह भी है कि स्टार रेटिंग की दौड़ में वही शहर शामिल हो सकता है, जो ओ.डी.एफ. फ्री हो। करनाल पहले ही इस उपलब्धि को हासिल कर चुका है और एक कदम ओर आगे बढ़ते हुए ओ.डी.एफ. प्लस-प्लस हो चुका है। इसका फायदा हमारे शहर को आगामी जनवरी 2020 में होने वाले राष्ट्रीय स्वच्छ सर्वेक्षण में मिलेगा। इस प्रकार सर्वेक्षण के कुल 6 हजार अंको में से हमने अपने शहर के लिए एक चौथाई यानि 1500 अंक पक्के कर लिए हैं।
निगमायुक्त ने आगे बताया कि गारबेज फ्री सिटी को स्टार रेटिंग देने के लिए जो मूल्यांकन किया गया, उसमें विभिन्न बिंदु थे। मसलन घर-घर से गीला व सूखे कूड़े का एकत्रीकरण, सार्वजनिक, रिहायशी व व्यवसायिक स्थलों की सफाई, शहर में लिटर बिन की मौजूदगी, वेस्ट की प्रोसेसिंग, सोलिड वेस्ट प्लांट में वैज्ञानिक तरीके से लैंड फिलिंग, सी.एन.डी. वेस्ट को लेकर नागरिकों की फीडबैक, सर्फेस वाटर (झील, नहरें इत्यादि) व नालों की साफ-सफाई, दीवारों पर पेंटिंग जैसे सौंदर्यकरण के कार्य तथा बल्क वेस्ट मैनेजमेंट जैसे 25 प्वाईंट शामिल थे। उन्होंने बताया कि इस वर्ष की स्टार रेटिंग पहले से टफ थी, अर्थात पहले 19 प्वाईंट थे, अब 25 लिए गए।
निगमायुक्त ने कहा है कि बेशक 3 स्टार की उपलब्धि के लिए करनाल हरियाणा का पहला शहर घोषित हुआ है, लेकिन हम इससे संतोष कर नहीं बैठेंगे, बल्कि पूरे समर्पण के साथ अगली बार के लिए 5 या 7 स्टार हासिल करने के प्रयास करेंगे। उन्होंने शहर के तमाम नागरिकों से अपील की है कि वे साफ-सफाई को लेकर अपना व्यवहार और पेस इसी तरह से बनाए रखें। करनाल स्वच्छता को लेकर देशभर में उपलब्धि हासिल करता रहेगा।