करनाल 23 अगस्त, देश में शुक्रवार से 7वीं आर्थिक जनगणना का काम शुरू हो गया है। करनाल में उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने सांख्यिकीय अधिकारियों व प्रगणकों के बीच इसकी लॉचिंग की। इस बार की गणना में खास बात यह है कि प्रगणक इसे पहले की तरह रजिस्टर में न भरकर एक मोाबइल एप से करेगें।
करनाल जिला में स्थानीय निकाय के सभी 120 वार्ड और 383 पंचायतों में गणना का कार्य पूरा किया जाएगा। इसके लिए भारत सरकार के साख्यिकीय एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय की ओर से ई-गर्वनैंस सर्विसीस इण्डिया लिमिटेड के साथ अनुबंध किया है, जो एक एजेंसी के रूप में भागीदारी के साथ काम करेगी। प्रगणकों और परियवेक्षकों को डाटा कैप्चर सत्यापन, रिपोर्ट निमार्ण और प्रसार के लिए विकसित मोबाइल ऐपलीकेशन पर डाटा एकत्रित करने के लिए, पहले ही प्रशिक्षित किया जा चुका है।
डाटा एकत्रित करने के लिए प्रत्येक घर और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान पर जाकर सर्वेक्षण किया जाएगा। लेकिन एकत्र किए गए घरेलू और स्थापना स्तर के आंकडों को गोपनीय रखा जाएगा। एकत्र आंकडों से राज्य और केन्द्र सरकार को विकास योजनाओं को तैयार करने में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने सांख्यिकीय व प्रगणकों से कहा कि इस कार्य के लिए जिला प्रशासन की ओर से पूरा सहयोग रहेगा। उन्होंने लोगों से कहा कि वे पारिवारिक सदस्यों, रोजगार, रजिस्टे्रशन और वार्षिक टर्न-ऑवर जैसे मूल बिन्दूओं पर सही-सही जानकारी दें और प्रगणक को सहयोग करें ताकि इसका उद्देश्य पूरा किया जा सके। उन्होंने डाटा एकत्र करने में लगे प्रगणकों को अपनी शुभकामनाएं भी दी।
इस अवसर पर केन्द्रीय सांख्यिकीय विभाग के सीनियर सांख्यिकीय अधिकारी जितेन्द्र ढिल्लों, उप वरिष्ठ सांख्यिकीय अधिकारी सुनील कुमार, जिला योजना अधिकारी संगीता मेहता तथा सांख्यिकीय अधिकारी संदीप राणा भी उपस्थित थे।