करनाल: लहसुन की नही होगी कमी, करनाल के राष्टीय बागवानी अनुसंधान विकास प्रतिष्ठान ने तैयार की है लहुसन की नई वैरायटी 404, पैदावार होगी और अच्छी किसान बेच सकेगा लहसुन की नई वैरायटी को महाराष्ट गुजरात जैसे प्रदेश में, मिल सकेगा अच्छा दाम क्यूंकि जल्द ही किसानो को करवाया जाएगा इसका बीज उपलब्ध !
किसानो के लिए अब लहसुन की नई वैरायटी फायदे मंद साबित होने वाली है करनाल के राष्टीय बागवानी अनुसंधान विकास प्रतिष्ठान ने इजाज की है लहसुन की नई प्रजाति जिसका नाम 404 जिसे किसान खेतो में लगाकर अच्छा फायदा कमा सकता है जिससे किसानो की किस्मत अब खुलेगी और किसान को इस फसल से अच्छा फैयदा होगा क्यूंकि इस नई वैरायटी की पैदावार अच्छी है।
साथ ही किसान इस वैरायटी को महाराष्ट्र गुजरात एमपी के कई शहरो में बेच सकेगे क्यूंकि वहा पर इस तरह के लहुसन की मांग है क्यूंकि इस वैरायटी का रंग पर्पल है जिस कारण महाराष्ट्र गुजरात मध्य प्रदेश जैसे राज्यों की मंडी में इसे बेच सकते है क्यूंकि वहा के लोग इस तरह की वैरायटी का इस्तेमाल ज्यादा करते है और पर्पल रंग की लहुसन की यह नई वैरायटी 404 किसानो को अच्छी पैदावार के साथ उसकी मांग के हिसाब से अच्छा मुनाफा दिलवाएगी !
करनाल राष्टीय बगवाई अनुसंधान विकास प्रतिष्ठान डिप्टी डारेक्टर का कहना है की हाल ही में इस वैरायटी को लांच किया गया है जिसके बीज को तैयार करने में हम जुट गए है और अगले साल तक किसानो को इसके बीज भी ज्यादा से ज्यादा मात्रा में उपलब्ध करवाएग ताकि किसान इस नई वैरायटी का इस्तेमाल कर अच्छा फायदा ले सके !
बीके डदुबे का कहना है की किसान नवम्बर के पहले सप्ताह 15 नवम्बर तक इस वैरायटी को खेतो में लगा सकते है जिसकी पैदावर की बात करे तो किसानो को 165 से 170 क्वंटल प्रति हेक्टर में मिलेगी और 65 दिनों में यह फसल तैयार हो जाएगी और उसके बाद किसान इसे बेच सकेगा और हरियाणा के साथ पंजाब राज्यस्थान के किसान इसे अपने खेतो में लगा पाएगे !