करनाल : कल रेलवे रोड स्थित संजीव बंसल सिग्नस हस्पताल में हुए शार्ट सर्किट की घटना के बाद पूरे मामले की जानकारी देने के लिए आज सिग्नस अस्पताल प्रबंधन ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पूरी घटना की जानकारी दी। अस्पताल के इकाई प्रमुख डॉ रुपेश सक्सेना ने बताया कि कल शाम करीब 8. 15 बजे अस्पताल के मेडिकल निदेशक डॉ परवेज सोफी व् मिडिया प्रबंधक आकर्षण के साथ पार्किंग परिसर में खड़े खड़े कुछ बातचीत कर रहे थे।
उसी दौरान आपरेशन थियेटर के टेक्नीशियन अमित कुमार ने सूचना दी कि आपरेशन थियेटर में बने वाशरूम में शार्ट सर्किट हुआ है जिसके बाद हम तीनो आपरेशन थियेटर के नजदीक पहुंचे जंहा काफी धुआँ हो गया था लेकिन आगजनी जैसी कोई घटना नहीं थी। धुआं होने का कारण बिजली की तारे और कुछ जगह लगी पीवीसी थी। मौके की गंभीरता को देखते हुए हमने निर्णय लिया कि अस्पताल के आईसीयू में दाखिल सभी मरीजों को तुरंत बाहर निकालना चाहिए।
लगभग 8. 20 पर हमने आईसीयू से 10 मरीजों को निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी। अस्पताल के स्टाफ को फायर और फर्स्ट ऐड ट्रेनिंग की पूरी जानकारी थी जिसकी वजह से अस्पताल में एमरजेंसी सायरन बजाते हुए माइक के माध्यम से सभी विभागों में सूचना की गई कि एहतियातन सभी मरीजों को अस्पताल की दूसरी बिल्डिंग में शिफ्ट किया जाए। इसी दौरान अस्पताल की बिजली को संभावित खतरे को देखते हुए बंद कर दिया गया। 8.23 मिनट बजे अस्पताल की तरफ से मामले की सूचना करनाल के पुलिस अधिक्षक सुरेंद्र सिंह भौरिया को मामले की सूचना दी गई और पुलिस बल, एम्बुलेंस और फायरब्रिगेड की मांग की गई।
प्रशासन की तरफ से मौके पर एसएचओ सीटी हरजिंदर सिंह करीब 8.30 बजे मौके पर पहुंच गए और अस्पताल के इकाई प्रमुख डॉ रुपेश सक्सेना के साथ धुएं के गहरे गुबार के बावजूद अस्पताल का पूरा निरीक्षण किया और जांच की कि कंही कोई मरीज अंदर तो नहीं रह गया लेकिन पूरे निरीक्षण के बाद जब उन्हें तसल्ली हो गई कि अंदर कोई मरीज या अन्य व्यक्ति नहीं है तो उन्होंने खुद डाक्टर परवेज सोफी व् अन्य अस्पताल स्टाफ के साथ सभी मरीजों को एक एक कर कल्पना चावला मेडकिल कालेज के लिए एम्बुलेंस में लिफ्ट करवाया।
हर मरीज के साथ सिग्नस अस्पताल के डाक्टरों व् सिग्नस अस्पताल के स्टाफ की टीम भी कल्पना चावला मेडिकल कालेज की तरफ रवाना कर दिया ताकि मेडकिल कालेज में ऐसी स्थिति में कोई अतिरक्त भार न पड़े। इसी दौरान करीब 8 बजकर 35 मिनट पर फायर बिर्गेड के अधिकारी राम पाल और उनके अन्य कर्मचारियों मौके पहुंचे और जिस जगह से धुंआ निकल रहा था उसे जगह को करीब 1 घंटे में काबू कर लिया।
करनाल के पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र सिंह भौरिया ने भी संजीव बंसल सिग्नस हस्पताल पहुंच कर घटना की जानकारी ली और अस्पताल के डाक्टर स्टाफ, एसएचओ हरजिंदर सिंह तथा फायर कर्मियों की तारीफ करते हुए कहा कि अस्पताल में किसी तरह की कोई बड़ी घटना न होना ये बताता है कि आपसी तालमेल के कारण सभी लोग व् सभी मरीज सुरक्षित है। वहीं अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि इस घटना से केवल आपरेशन थियेटर में रखी कुछ मशीने, ए.सी., बिजली उपकरण, आपरेशन थियेटर के उपकरण, सेनिटरी का सामान, गीजर, फ्रिज व् हॉस्पिटैलिटी का सामान शामिल है जिसका नुक्सान हुआ है। अस्पताल की तकनीकी टीम अस्पताल में हुए नुक्सान के आकंड़े का अनुमान जुटा रही है।
एसपी सुरेंद्र भौरिया ने भी निभाई अहम भूमिका : इस पूरे घटनाक्रम में एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया ने सबसे अहम भूमिका निभाई है। अस्पताल की तरफ से एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया को सबसे पहले मामले की सूचना दी गई जिन्होंने खुद पुलिस, फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस को मौके पर पहुंचने को कहा। अस्पताल प्रबंधन चाहकर भी शायद इतनी जल्दी सभी इंतजाम न कर पाटा या प्रशासन के विभिन्न विभागों को सूचित न आकर पाता लेकिन एसपी सुरेंद्र भौरिया के कहने पर सभी विभाग एक जुट होकर अस्पताल पहुंचे और स्थिति को संभाला। अस्पताल प्रबंधन ने एसपी सुरेंद्र भौरिया को खासतौर पर धन्यवाद किया और जिला प्रशासन का आभार जताया।
ये रहे जीत के हीरो : जब समय ये घटना हुई उस समय करीब सवा आठ बजे का समय था। घटना के तुरंत बाद सनजीव बंसल सिग्नस अस्पताल के मेडकिल निदेश डॉ परवेज सोफी, इकाई प्रमुख डॉ रुपेश सक्सेना, मिडिया प्रबन्धक आकर्षण के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभाला। इस मौके पर डाक्टर रुपेश सक्सेना, मोहित सचदेवा और सुरक्षाकर्मी इंद्रदेव राणा के साथ शार्ट सर्किट वाली जगह पर फायर सिलिंडर से चिंगारियों को बुझाने में जुट गए। डाक्टर परवेज सोफी और मीडया प्रबंधक आकर्षण ने आईसीयू से अन्य स्टाफ की मदद से मरीजो