( रिपोर्ट – कमल मिड्ढा ): करनाल बलड़ी बाईपास पर बने नए बस स्टैंड को बनाना था अंतर राष्ट्रीय स्तर का ,पिछले साल पहले चरण का काम हुआ था पूरा नहीं हुआ आगे काम शुरू
करनाल शुगर मिल के नवीनीकरण व मेरठ रोड़ को फोरलेन करने की मुख्यमंत्री की घोषणा को 2 साल पुरे ,नहीं हुआ काम शुरू ,शुगर मिल के बाहर किसान कई बार दे चुके धरना
निगदू की PHC को CHC बनाना था व निगदू में बस स्टैंड लेकिन नहीं हुआ अभी तक काम शुरू
बजीदा जटान गाँव में रेलवे ओवर ब्रिज बनाना था आज नहीं हुआ काम शुरू
ऐसी और भी छोटी बड़ी घोषणाएं है जिनपर नहीं हुआ आज तक काम शुरू
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में – ओल्ड सब्जी मंडी या पुराने नगर निगम कार्यालय घंटा घर चौक पर मल्टी स्टोरी पार्किंग बनानी थी आज तक काम नहीं हुआ शुरू
जून 2017 में करनाल स्मार्ट सिटी की लिस्ट में आया ,खूब बंटे थे उस समय लड्डू ,शुरुयात में मीटिंगे हुई थी शुरू लेकिन आज 2 साल बाद स्मार्ट सिटी के तक़रीबन सभी प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में
करनाल स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट अभी तक फाइलों में ही दफन है ! यह बात अलग है कि हाल ही में सीएम ने चंडीगढ़ बुलाकर अधिकारियों की क्लास ली और देरी के कारण पूछे ,जिसके बाद अधिकारी कुछ हरकत में जरूर आए हैं ! नगर निगम का दावा कि डेढ़ माह के अंदर तीन से चार महत्वपूर्ण प्रोजेक्टों पर काम शुरू हो जाएगा ,लेकिन हकीकत यह है कि शहर में अब तक स्मार्ट सिटी के नाम पर कोई भी बड़ा प्रोजेक्ट सिरे नहीं चढ़ पाया ! लोग सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर हमारा शहर कब स्मार्ट होगा ,जिस उत्साह के साथ 2 साल पहले स्मार्ट सिटी में शामिल होने के बाद मीटिग और प्लानिग का दौर चला था वहीं पर सिमटकर रह गया ,लेकिन बावजूद इसके अधिकारी व जनप्रतिनिधि स्मार्ट सिटी की दिशा में बेहतर काम का दावा करने से नहीं चूकते हैं !
पहले चरण में 720 एकड़ में विकसित किया जाना था शहर
प्रथम चरण में 720 एकड़ एरिया को स्मार्ट किया जाना है ! साढ़े 3 लाख की आबादी में 50 फीसद आबादी इन्हीं स्थानों से होकर गुजरती है, इसलिए प्रथम चरण में कॉमर्शियल जोन को सिलेक्ट किया था ! इसी तरह 5 साल तक स्मार्ट सिटी के तहत विकास कार्य होंगे और प्रथम चरण कंप्लीट करने के बाद दूसरे चरण को चिह्नित कर पूरी सिटी को क्लीन किया जाने का प्लान था !
लोगों को किया गुमराह –
कांग्रेस के प्रदेश सचिव पंकज पुनिया व जिला प्रधान रहे सुरेंदर नरवाल ने कहा कि स्मार्ट सिटी के नाम पर लोगों को गुमराह किया गया ! सीएम सिटी होने के बावजूद भी शहर के विकास कार्य नहीं हो पा रहे हैं ! स्मार्ट सिटी का भाजपा सरकार ने लोगों को जो सपना दिखाया था वह जुमला साबित हो रहा है ,वही नगर निगम भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है !
प्रोजेक्टों की लंबी लिस्ट निगम की विफलता बताने के लिए काफी, जिन पर नहीं हुए काम
1. एग्रीटेक एक्सचेंज पवेलियन।
2. ओल्ड एमसीके ऑफिस और घंटाघर चौक की जगह आधुनिक कॉमर्शियल कॉम्पलेक्स बनाना।
3. सेंट्रल पार्क एंड प्लाजा, जहां पब्लिक आनंद का अनुभव कर सके।
4. मुगल कैनाल-एंट्रेंस, मेरठ रोड से जंक्शन बनाना, सड़कों का वर्गीकरण होगा।
5. मुगल कैनाल-एंट्रेंस, सब्जी मंडी साइड की साइड भी जंक्शन बनाना।
6. कॉमर्शियल स्पोर्ट्स एरिया, अर्बन हाट एक्जीबिशन स्पेस और पब्लिक प्लाजा।
7. 24 घंटे ट्रैफिक सिग्नल कंट्रोल रूम काम करेगा। इस कंट्रोल रूम में यह देखा जा सकेगा कि शहर में किस चौराहे पर क्या दिक्कत है।
8. चौराहों पर वायु प्रदूषण मापने के यंत्र लगाए जाएंगे
9. रोड जाम, एक्सीडेंट की सूचना यात्रियों को उनके मोबाइल फोन पर एप के माध्यम से दी जाएगी।
10. बेरियर फ्री फुटपाथ बनाए जाएंगे।
11. ट्रैफिक रुल्स का उल्लंघन करने वालों के चालान ऑनलाइन पहुंचेंगे।
12. चौराहों पर लगे सिग्नल ऑटोमेटिक होंगे, चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगेंगे।
13. जगह-जगह रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम
14. पानी की लीकेज नहीं होगी।
15. बरसाती निकासी बेहतर होगी, शहर में जलभराव नहीं होगा।
16. शहर में 10 फीसदी बिजली सप्लाई सोलर एनर्जी से होगी।
17. शहर में अंडरग्राउंड बिजली की तार बिछाई जाएगी।