मैन्युल तरीके से सैप्टिक टैंक और सीवरो की सफाई पर अंकुश लगाने के मकसद से जागरूकता अभियान
मैन्युल तरीके से सैप्टिक टैंक और सीवरो की सफाई पर अंकुश लगाने के मकसद से सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने देशभर में एक जागरूकता अभियान चलाया है।
अभियान के तहत कौशल विकास मंत्रालय की ओर से बुधवार को करनाल के विकास सदन में नगर निगम के सफाई निरीक्षक और सुपरवाईजरों के साथ हैजर्डस क्लीनिंग ऑफ सीवर्स एंड सेफ्टी टैंक कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें इस मंत्रालय से जुड़ी आई.ए.एस.सी. की प्रतिनिधि रूचि जैन ने बताया कि राष्ट्रपिता महात्मा गंाधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में सैप्टिक टैंक और सीवरो की सफाई को मैन्यूअल तरीके से साफ ना करके मशीनो व उपलकरणो से करने बारे जागरूक किया।
उन्होने कहा कि मैन्युल तरीके से सीवर की सफाई करना एक खतरनाक काम है, इससे कई बार सफाई करने वाले की मृत्यु तक हो जाती है।
सैप्टिक टैंक जिनमें हमेशा गंदगी भरी रहती है, उनमें कभी भी मनुष्य के द्वारा हाथो से सफाई नही की जानी चाहिए और ना ही उसमें से निकाली गई गंदगी को इधर-उधर डालना चाहिए, इससे बीमारियों की आशंका रहती है। इस काम के लिए आधुनिक मशीने व उपकरण बने हैं, जिनके प्रयोग से ऐसी जगहों की आसानी से सफाई हो जाती है और वातावरण भी साफ-सुथरा रहता है।
रूचि जैन ने सफाई निरीक्षको से कहा कि वे अपनी दिनचर्या के दौरान शहर में जहां-जहां जाएं, इस पर नजर रखें कि कही भी वर्ष 2013 में बने कानून का उल्लंघन ना हो रहा हो और यदि कहीं कोई मैन्युल तरीके सफाई करता पाया गया, तो उसकी शिकायत नगर निगम को करें।
ऐसे व्यक्ति के खिलाफ एफ.आई.आर. करने का प्रावधान तक है, सजा और जुर्माना अलग से है।
उन्होने सुपरवाईजरो से कहा कि आपका कार्य सफाई जैसे कार्यों पर सुपरवाईजरी और उनकी निगरानी करने का है, इसलिए आपकी जिम्मेदारी और अधिक बनती है।
आप लोगो को जागरूक करने के साथ-साथ इस बात को सुनिश्चित करें कि कहीं भी सैप्टिक टैंक और सीवरो की सफाई मैन्युल तरीके से ना हो।
रूचि जैन ने बताया कि सरकार का प्रयास है कि सीवरो की मशीनो से सफाई के लिए कोई व्यक्ति या आपस में लोग मिलकर मशीनो की खरीद कर सकते हैं। इसके लिए सब्सिडी पर ऋण का प्रावधान है। इससे लोगो को रोजगार मिलेगा और एक सामाजिक बुराई पर अंकुश लगेगा।
उन्होने निगम के कर्मचारी व अधिकारियों से कहा कि वे लोगो में इस बात की जागरूकता फैलाएं। कार्यशाला में उप निगमायुक्त धीरज कुमार, सफाई निरीक्षक संदीप तथा सहायक सफाई निरीक्षक प्रवेश व गुलाब भी उपस्थित थे।