किसान वेलफेयर क्लब की ओर से डीडीए कार्यालय में किसान विज्ञान संगोष्ठी का आयोजन किया गया। अध्यक्षता क्लब के प्रधान ईलम सिंह ने की। इस मौके पर क्लब के प्रदेश महासचिव विजय कपूर ने कहा कि भारत की जनसंख्या 135 करोड़ है। जनता के भरपेट पालन पोषण के लिए खाद्यानों, दालों एवं सब्जियों के उत्पादन में वृद्धि की जिम्मेदारी किसानों पर बहुत अधिक है।
खेती समाचार सुनाते हुए डा. धर्मवीर सतीजा ने बताया कि हरियाणा सरकार ने काफी समय नलकूपों के बिजली के कनेक्शन जो काफी समय से रुके थे जल्द देने का निश्चत किया है। उन्होंने चीनी उत्पादन में वृद्धि और बी.टी. कपास से रूई के उत्पादन में वृद्धि की जानकारी दी। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय उचानी करनाल से आए विशेषज्ञ डा. विजय अरोड़ा ने भूमि की उपजाउ शक्ति में जैविक कार्बन की आवश्यकता, मिट्टी की जांच से पौषक तत्वों की मिकदार, फसल अवशेषों के प्रबंधन बारे बताया।
कृषि विज्ञान केंद्र उचानी के विशेषज्ञ डा. आरएस चौहान ने किसानों को कृषि संबंधी खर्चे कम करके पैदावार बढ़ाने, हैरीटेज फार्मिंग आदि की जानकारी दी। बॉयर क्राप साईस के विशेषज्ञ डा. नीरज तोमर, डा. अनिल व डॉ हितेश शर्मा ने गेहूं की फसल में खरपतवार नियंत्रण के लिए अटलांटिस, बीमारी, पीला रतुआ व वृद्धि के लिए नैटीवो, काले तेले से बचाव के लिए कानफीडोर सुपर की सलाह दी।
संगोष्ठी में डा. महाबीर सिंह, डा. चंदगीराम, डा. केआर गुप्ता, डा. हरदीप सिंह, किसान तेजेंद्र सिंह, जगदीश नागपाल, बलबीर सिंह, राज कुमार भार्गव, ईश्वर दयाल शर्मा, चरणजीत सिंह नागपाल, सतनाम सिंह व कुलदीप जावा मौजूद रहे।