रविवार को देश की राजधानी दिल्ली के बाराखम्भा रोड़ स्थित होटल हंस में सम्पन्न हुई दो दिवसीय कृषि, बागवानी वं खाद्य विज्ञान विषय पर आयोजित आठवें अंतराष्ट्रीय सम्मलेन में ए.डी.सी. कार्यालय करनाल में कार्यरत डॉ. विजय कौशिक को यंग साईंटिस्ट अवार्ड-2018 से सम्मानित किया गया। यह अवार्ड उनकी अनुसंधान के प्रति रूचि व राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर के जरनल में उनके अनुसंधान पत्रों की उपलब्धता पर दिया गया है। इस सम्मेलन में देश और विदेश के लगभग 60 वैज्ञानिको व शौधार्थियों ने भाग लिया। खास बात यह है कि सम्मेलन में पूरे हरियाणा प्रदेश से डॉ. विजय कौशिक को ही यह सम्मान प्राप्त हुआ।
बता दें कि डॉ. कौशिक ने सम्मेलन में एन इकोनोमिक एनालिसिस ऑफ पल्स प्रोडक्शन इन इण्डिया एंड हरियाणा नाम से शोध पत्र की प्रसतुती दी, जिसके लिए उनको बेस्ट पेपर प्रेजेन्टेशन अवार्ड-2018 भी दिया गया। यह सम्मेलन द सोसाईटी ऑफ ट्रोपिकल एग्रीकल्चर के द्वारा करवाया गया।
डॉ. कौशिक को यह सम्मान भारतीय कृषि अनुसंधान केन्द्र, पूसा के विस्तार विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. जे.पी. शर्मा, उतराखण्ड़ बागवानी विश्वविद्यालय के निदेशक डॉ. राम गोपाल उपाध्याय, भारतीय कृषि अनुसंधान केन्द्र शिमला के डॉ. शुक्ला व डॉ. परामानिक, इफको के मेनेजर डॉ. पंत तथा सम्मेलन के संयोजक विजय झा के द्वारा दिया गया।
बतौर डॉ. कौशिक वे अब तक 15 राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर के सम्मेलनो में 14 शौध पत्र प्रस्तुत कर चुके हैं। मुख्य कृषि पत्रिकाओं में 27 लेख लिख चुके हैं तथा बी-कीपिंग इन इण्डिया-ए प्रोफिटेबल एंटरप्राईज़ नामक पुस्तक भी लिख चुके हैं। दूसरी ओर बीते 8-9 दिसम्बर को ही महर्षि मारकण्डेश्वर विश्वविद्यालय में आयोजित अंतराष्ट्रीय सम्मेलन में इंटरनेशनल बेस्ट पोस्टर प्रेजेंटेशन अवार्ड से भी डॉ. कौशिक को सम्मानित किया जा चुका है।
डॉ. कौशिक ने चौधरी चरणसिंह विश्वविद्यालय से बी.एस.सी. ऑनर्स एग्रीकल्चर व एम.एस.सी. एग्रीकल्चर करने के उपरांत जयपुर, राजस्थान से डाक्टरेट ऑफ फिलोस्फी (अर्थशास्त्र) की परीक्षा उत्तीर्ण की। वर्ष 2008 से अर्थ एवं साख्ंियकी विश£ेषण विभाग हरियाणा में कार्य कर रहे हैं। वर्तमान में करनाल जिला के अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय में सहायक योजना अधिकारी के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।