पर्यावरण संरक्षण समिति रजि. करनाल की मीटिंग प्रधान एस.डी. अरोड़ा की अध्यक्षता में कार्यालय में हुई। डा. पुष्पा सिन्हा महिला विंग ने समाज के दिव्यांगों को जरुरी सुविधाएं देने बारे एजेंडा रखा। उन्होंने बताया कि दिव्यांग लडक़े लड़कियां और बड़े जब ट्राईसाइकिल से बैंकों/ मार्किट एवं पार्कों में जाते हैं तो उनमें अन्दर जाने के लिए रैम्प नहीं है जिससे उन्हें बहुत कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है और उन्हें ट्राईसाइकिल का पूरा लाभ नहीं मिलता। समिति यह मानती है कि दिव्यांग भी हमारे समाज का ही एक अभिन्न अंग हैं।
समिति प्रधान एस.डी. अरोड़ा ने बताया कि अभी-अभी जिला प्रशासन एवं रैडक्रास सोसाइटी द्वारा दिव्यांगों को काफी संख्या में ट्राइसाइकिल तथा कृत्रिम अंग वितरित किए गए हैं। इस नेक कार्य के लिए समिति सदस्यों ने आईओसीएल एवं प्रशासन की सराहना की है। लेकिन सदस्यों ने बताया कि बाजार में तथा सार्वजनिक स्थानों पर दिव्यांगों को एन्ट्री में बहुत दिक्कत आती है क्योंकि इन जगहों पर रैम्प नहीं बने हैं।
जब बैंकों में, मार्किट में और पार्कों में ऐन्ट्री के लिए रैम्प नहीं होंगे तो दिव्यांग ट्राइसाइकिल से उनमें कैसे पहुंच पाएंगे। उनका लाभ कैसे ले सकेंगे। यह एक गंभीर समस्या है और सदस्यों ने इस पर गहनता से विचार विमर्श किया और जल्द ही प्रशासन इसका समाधान करवाने का निर्णय लिया गया।
अन्त में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि इस बारे में उपायुक्त महोदय से अनुरोध किया जाए कि शहर में सभी बैंकों, मार्किट एवं पार्कों में तथा सार्वजनिक स्थानों पर दिव्यांगों की एन्ट्री के लिए रैम्प बनवाए जाएं ताकि दिव्यांगों को सार्वजनिक सुविधा मिल सके। अत: उपायुक्त महोदय से अनुरोध किया जाता है कि इस बारे में व्यक्तिगत ध्यान देकर इसका तुरंत समाधान करवाया जाए।
इस अवसर पर प्रधान एस.डी. अरोड़ा, मुख्य पैटर्न कंवल भसीन, वरिष्ठ उपप्रधान आर.आर. अत्री, एल.डी. मदान, के.एल. नारंग, ओ.पी. सचदेवा, देवराज चौधरी, डा. डी.एन. गांधी, विनोद गुप्ता, श्रीमती ईश्वर छाबड़ा, पुष्पा सिन्हा, शशी आर्या, तृप्ता शर्मा, एस.के. चावला, सुनीता कुमारी, सुमित्रा चावला, अर्जुन देव वर्मा उपस्थित रहे।