केंद्रीय आर्य युवक परिषद करनाल द्वारा आर्य केंद्रीय सभा करनाल के तत्वाधान में डी.ए.वी. पुलिस पब्लिक स्कूल मधुबन के सहयोग से लगाए जा रहे सात दिवसीय चरित्र निर्माण शिविर का समापन्न बड़ी धूमधाम से किया। यज्ञ ब्रह्मा बहन शशि आर्या ने शिविर का समापन्न 11 कुण्डीय यज्ञ के द्वारा करवाया जिसमें शिविरार्थियों एवं उनके अभिभावको ने भाग लिया।
इस सात दिवसीय शिविर में बच्चों ने विशेष रूप से कमाण्डो, विशेष योगासन, लाठी कौशल, कराटे, लघु नाटिका, प्रसैनेलिटी डिवैलपमैंट आदि के बारे में ज्ञान प्राप्त किया। शिविरार्थियों ने इन सात दिनों में सिखी गई क्रियाओं का प्रदर्शन करके उपस्थित सभी लोगों को अश्चर्य चकित एव मंत्रमुग्ध कर दिया।
शिविरार्थी कन्याओं ने भ्रुण-हत्या पर बहुत मर्मस्पर्शी लघु नाटिका प्रस्तुत करके सभी उपस्थित अभिभावकों और अतिथियों को भाव-विभोर कर दिया। कार्यक्रम के अध्यक्ष केंद्रीय आर्य युवक परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अनिल आर्य ने कहा कि परिषद् द्वारा प्रति वर्ष पूरे भारतवर्ष में इस प्रकार के शिविर आयोजित किये जाते हैं।
इस वर्ष भी 22 शिविर पूरे भारतवर्ष में लगाये जा रहे हैं। इन शिविरों के माध्यम से आने वाली पीढी को संस्कारवान् एवं प्रतिभावान् बनाना ही परिषद का मुख्य उद्देश्य है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आई.जी. श्रीकांत जाधव इस शिविर के सफल आयोजन के लिये स्कूल एवं परिषद को बधाई दी और उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को इस प्रकार के शिविरों की बहुत ही आवश्कता है जिससे उनके मन में भी राष्ट्रभक्ति तथा समाज के प्रति कर्तव्यों को पैदा किया जा सके।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जिला बाल कल्याण समिति के चेयरमैन सुरेन्द्र मान ने कहा कि इन शिविरों के माध्यम से ही एक सबल राष्ट्र का निर्माण होगा। उन्होंने बच्चों को चाईल्ड हैल्पलाईन नम्बर 1098 के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि अगर आप कहीं भी किसी प्रकार का बालश्रम होते हुए देखते हैं तो इस नम्बर पर अथवा जिला बाल समिति से सम्पर्क कर सकते हैं।
उन्होंने बच्चों को अच्छे समाज का निर्माण करने के लिए प्रोत्साहित किया। परिषद के प्रान्तीय अध्यक्ष स्वंतत्र कुकरेजा ने मंच संचालन करते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि संस्कारित एवं शिक्षित बच्चे एक सशक्त राष्ट्र का आधार हो सकते हैं क्योंकि आने वाला भविष्य इन बच्चों का ही है और अगर हमें इन का भविष्य सुरक्षित करना है तो इन्हें अभी से ही ऐसी शिक्षा प्रदान करनी पड़ेगी जो आगे चल कर स्वाललम्बी एवं राष्ट्र भक्त बनाएं। प्रिंसिपल अनिता गौतम ने विद्यालय की ओर से आए हुए सभी अतिथियों एवं अभिभावको का धन्यवाद किया और परिषद् से इस प्रकार के शिविरों का आयोजन भविष्य में भी करने रहने के लिए अनुरोध किया।
उन्होंने कहा कि उनका यह सदैव प्रयास रहता है कि बच्चे शिक्षा के साथ-साथ शारीरिक एवं मानसिक रूप से सदृढ़ बनें। उन्होंने विश्वास दिलाया कि उनके विद्यालय के बच्चों ने इस सात दिवसीय शिविर में जो कुछ सीखा है वह उसको अपने जीवन में धारण करेंगे।
इस अवसर पर मुख्य रूप से संतोष अत्रेजा, प्रिंसिपल अनिता गौतम, प्रिंसिपल ममता पाण्डेय, अनिल आर्य कुंजपुरा, प्रान्तीय अध्यक्ष स्वतंत्र कुकरेजा, शान्ति प्रकाश आर्य, अजय आर्य, रोशन आर्य, आदित्य आर्य, हरिन्द्र चौधरी, रहतू लाल, दिलबाग आर्य, अमर सिंह आर्य, आर.के. ठकुराल, देशपाल ठाकुर, सोहन लाल, जगदीश मधोक, मुख्य शिक्षक सौरभ आर्य, संदीप गोस्वामी, बलबीर आर्य, पाला राम, परमजीत, प्रकाश चौधरी, शकुन्तला सुखीजा, प्रेम सहगल, कृष्ण आर्या, प्रवीन आर्या, मिनाक्षी कुकरेजा, स्नेह भल्ला, मधु भंडारी, रीना काम्बोज, पूर्णिमा, निष्ठा, वीना एवं बच्चों के अभिभावक मौजूद रहे।