केंद्रीय आर्य युवक परिषद करनाल द्वारा आर्य केंद्रीय सभा करनाल के तत्वाधान में डी.ए.वी. पुलिस पब्लिक स्कूल मधुबन के सहयोग से लगाए जा रहे सात दिवसीय चरित्र निर्माण शिविर का उद्घाटन किया गया। यज्ञ ब्रह्मा बहन शशि आर्या ने शिविर का आरम्भ यज्ञ के द्वारा करवाया जिसमें 160 शिविरार्थियों ने भाग लिया।
मुख्य अतिथि के रूप में आर्य केंद्रीय सभा करनाल के प्रधान प्रो. आनन्द सिंह आर्य ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को इस प्रकार के शिविरों की बहुत ही आवश्कता है जिससे उनके मन में भी राष्ट्रभक्ति तथा समाज के प्रति कर्तव्यों को पैदा किया जा सके। उन्होंने कहा कि स्वामी दयानन्द ने राम और कृष्ण की मर्यादाओं को जागृत किया।
केंद्रीय आर्य युवक परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष स्वतंत्र कुकरेजा ने आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत किया तथा अपने सम्बोधन में उन्होंने बच्चों को अपने जीवन में शिक्षा, संस्कार, संगति, एकता और विशेष पहचान आदि पांच विशेष बातों को अपनाने पर बल दिया। उन्होंने बच्चों को इन नियमों का पालन करते हुए अपने जीवन को उज्जवल बनाने की प्रेरणा दी।
उन्होंने बताया कि इस सात दिवसीय शिविर में बच्चों को यज्ञ, प्राणायाम, योगासन, राष्ट्रीय भावना, आत्मविश्वास विकास, घुड़सवारी, बॉक्सिंग, लाठी आदि गतिविधियों द्वारा बच्चों में चरित्र निर्माण किया जायेगा। इस शिविर का एकमात्र उद्देश्य बच्चों में संस्कार और अनुशासन आदि गुणों का विकास करना है।
आर्य समाज सैक्टर 13 के प्रधान शान्ति प्रकाश आर्य ने कहा कि डी.ए.वी. संस्थाएं देश में वैदिक धर्म के प्रचार प्रसार का बहुत सुंदर कार्य कर रही हैं। सावित्री आर्य ने कहा कि क्रांतिकारी भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद और लाला लाजपत राय डी.ए.वी. संस्थाओं के ही विद्यार्थी थे तथा वह आर्य समाज की विचारधारा से प्रभावित होकर भारत की आजादी की जंग में कूद पड़े।
स्कूल की प्राचार्या अनिता गौतम ने आए हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद किया और उन्हें स्मृति चिन्ह प्रदान किए तथा बच्चों का इस शिविर के लिए उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि स्कूल का सदैव यह प्रयास रहता है कि बच्चों में पढ़ाई के साथ-साथ विशेष संस्कार भी पैदा किए जाएं ताकि वह आगे चलकर अपने देश का नाम रोशन कर सके।
इस अवसर पर मुख्य रूप से प्रो. आनन्द सिंह आर्य, स्वतंत्र कुकरेजा, शान्ति प्रकाश आर्य, अजय आर्य, रोशन आर्य, सूर्यदेव, संदीप गोस्वामी, वेद मित्र आर्य, बलबीर आर्य, प्रभदयाल, वी.पी. तोमर, प्रिंसीपल अनिता गौतम, सावित्री आर्य, सहिन्द्रा तोमर, स्नेह भल्ला, मधु भंडारी, सुदेश तलवार, रीना काम्बोज, पूर्णिमा, निेेशा एवं वीना आदि मौजूद रहे।