March 29, 2024
  • मास्टर ट्रेनर गुलाव सिंह व सचिन्द्र ने दी नीलोखेड़ी व करनाल की पोलिंग पार्टियों को एनडीआरआई के सभागार में चुनाव सम्बंधी ट्रेनिंग,
  • 3 को घरौंडा व असंध तथा 5 को इन्द्री विधानसभा की पोलिंग पार्टियों को दिया जाएगा प्रशिक्षण।

लोकसभा चुनाव की गतिविधियो के चलते पोलिंग पार्टियों को प्रशिक्षण देने का कार्यक्रम शुरू हो गया है, जो आगामी 12 मई को अपने-अपने बूथो पर जाकर मतदान करवाएंगे। इसे लेकर गुरूवार को एनडीआरआई के सभागार में प्रात: नीलोखेड़ी विधानसभा क्षेत्र में मतदान करवाने वाली पालिंग पार्टियों को प्रशिक्षण दिया गया। मास्टर ट्रेनर गुलाब सिंह व सचिन्द्र सिंह ने प्रशिक्षण की प्रक्रिया पूरी की। नीलोखेड़ी के एआरओ एवं अतिरिक्त उपायुक्त अनिश यादव भी मौके पर मौजूद थे।

एडीसी अनिश यादव ने इस अवसर पर कहा कि लोकतंत्र में चुनाव का जितना महत्व है, उससे ज्यादा महत्व इस बात का है कि प्रत्येक चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से हो। यह चुनाव करवाने वाली पोलिंग पार्टी पर निर्भर रहता है। इसके लिए जरूरी है कि टीम का आपस में समन्वय बना रहे और सभी अपनी ड्ïयूटी के प्रति संजीदा रहें।

उन्होंने कहा कि चुनाव में ड्ïयूटी कोई बोझ या थोंपी हुई चीज नही है, बल्कि लोकतांत्रिक व्यवस्था के बाशिंदे होने के नाते ऐसी ड्ïयूटी करना हमारा नैतिक कर्तव्य भी है और चुनावी ड्ïयूटी करने पर हमे फर्क होना चाहिए। उन्होंने उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों में आत्मविश्वास और ऊर्जा भरने के काम किया, कहा कि यदि छोटी सी गलती भी कई बार दिक्कत पैदा कर देती है, इसलिए मतदान के समय विवेकपूर्ण होकर ही कार्य करें। फिर भी यदि किसी को दिक्कत आती है, तो सैक्टर सुपरवाईजर और ड्ïयूटी मजिस्ट्रेट को उसकी जानकारी दें।

मतदान के प्रारम्भ से लेकर समाप्ति तक की पूरी प्रक्रिया को एक डॉक्यूमेंटरी के माध्यम से भी दिखाया गया, जिसे हाल में बैठे पीठासीन, वैकल्पिक पीठासीन व पोलिंग अधिकारियों ने देखा। मास्टर ट्रेनर ने मंच से ईवीएम को हाथ में उठाकर उसे मतदान के लिए तैयार करना, मतदान से पूर्व और बाद में कोन-कोन सी जरूरी सीलें लगाई जानी हैं, पोलिंग एजेंटो की उपस्थिति में मॉक पोल कैसे करवाना है, मॉक पोल के बाद कंट्रोल यूनिट में मतदान को शून्य पर लाकर प्रात: ठीक 7 बजे मतदान शुरू करवा देना है। इन सब बातो की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि प्रत्येक 2 घण्टे के बाद सैक्टर सुपरवाईज़रों को किए जा चुके मतदान की जानकारी भी देनी है।

ट्रेनिंग में बताया गया कि दृष्टिïहीन मतदाता अपने साथ एक अव्यस्क को ले जा सकता है, लेकिन ब्रेल को जानने वाले मतदाता अकेले मतदान कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि जिस व्यक्ति का नाम मतदाता सूची में शामिल होगा, वही वोट कर सकेगा। उसके पास यदि वोटर कार्ड नही है, तो वह चुनाव आयोग द्वारा बताए गए अन्य दस्तावेज जैसे ड्राईविंग लाईसेंस, आधार कार्ड, राशन कार्ड इत्यादि दिखाकर भी अपना वोट कर सकता है।

पीठासीन अधिकारी को यह अधिकार है कि वह चेेलेंज वोट के बारे अच्छे से पडताल कर सम्बंधित व्यक्ति को वोट करने का अवसर दे सकता है और यदि वह गलत पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सम्बंधित एआरओ को एफ.आई.आर. की अनुशंसा भी कर सकता है।

उन्होंने बताया कि चेलेंज वोट और टेंडर वोट का अलग-अलग हिसाब रखा जाए। पीओ डायरी को सूझ-बूझ से भरा जाए, जो मतदान के बाद सामान जमा करवाने के समय देनी होगी। बूथ पर जाने से पहले मतदान किट को अच्छे से चैक कर लें, सभी सामान पूरा होना चाहिए, ताकि आपको मतदान के समय अनावश्यक दिक्कत का सामना ना करना पड़े।

प्रशासन द्वारा व्यवस्थित वाहन में ही बैठ कर जाएं, किसी प्राईवेट में नहीं। बैलेट और कंट्रोल यूनिट को पोलिंग अधिकारी अपनी निगरानी में रखें। मतदान से एक घण्टा पहले मॉक पोल करवाना सुनिश्चित करें। आठ तरह के लिफाफे होंगे, उनमें वही रिकॉर्ड डालें, जिसके लिए वो हैं। ठीक 7 बजे मतदान प्रारम्भ हो जाना चाहिए, विलम्ब ना हो।

मतदान समाप्ति से पहले देख लें कि लाईन में कितनी व्यक्ति खड़े हैं, उनको एक-एक पर्ची दे दें। सबसे अंतिम व्यक्ति को एक नम्बर की पर्ची दे दें और उसके आगे दो नम्बर, यानि पीछे से शुरू किया जाए। जिस वाहन में बैठकर जाएं, उसी वाहन में बैठकर वापिस आना है। इस अवसर पर पोलिंग टीम में शामिल कर्मचारियों द्वारा पूछे गए सवालो का भी समाधान किया गया।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित करनाल व इन्द्री के एसडीएम नरेन्द्र पाल मलिक व सुमित सिहाग ने प्रशिक्षणार्थियों के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने यह भी बताया कि आज नीलोखेड़ी व करनाल, कल 3 मई को घरौंड़ा व असंध तथा 5 मई को इन्द्री विधानसभा क्षेत्र में चुनाव ड्ïयूटी लगाई गई पोलिंग पार्टियों को इसी हाल में प्रशिक्षण दिया जाएगा।

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