March 28, 2024
अतिरिक्त उपायुक्त धर्मवीर सिंह ने कहा कि देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर सैनिकों का नाम हमेशा के लिए याद किया जाता रहेगा। इन वीर सैनिकों के बलिदान के कारण ही हिंदुस्तान के लोग आजादी की हवा में खुली सांसे ले रहे हैं। आज सभी को वीर सैनिकों के सपनों को साकार करने के लिए देश की सेवाओं के लिए आगे आना होगा।
एडीसी शनिवार को पंचायत भवन के सभागार में जिला सैनिक बोर्ड द्वारा विजय दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रही थी। इससे पहले अतिरिक्त उपायुक्त ने लघु सचिवालय परिसर में शहीदी स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित कर शहीदों को सलामी दी। इसके उपरांत पंचायत भवन में अतिरिक्त उपायुक्त धर्मवीर सिंह ने युद्ध वीरांगणाओं, जिनमें पुष्पा देवी, हरभजन कौर, सुरजीत कौर, कुलदीप कौर, कृष्णा देवी, सतपाल कौर, दलजीत कौर, सुखविंद्र कौर, दलजीत कौर, सिमरनजीत कौर, मंजीत कौर, ममता शर्मा, बलजीत कौर, लखविंद्र कौर,  उषा रानी, प्रेरणा और वीर सैनिकों के परिजनों में शहीद मेजर नीतिन बाली की माता आदर्श बाली, पार्वती देवी, धन्नी देवी, सुरक्षा देवी को सम्मानित किया।
अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि आज पूरे देश में विजय दिवस पर 16 दिसम्बर 1971 के भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए सैनिकों की स्मृति में विजय दिवस मनाया जा रहा है। इस युद्ध में पाकिस्तान के जनरल नियाजी ने ढाका में 93 हजार सैनिकों के साथ लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के सामने हथियार डाल दिए। आज तक विश्व के इतिहास में इतनी बड़ी संख्या में हथियार डालना एक रिकार्ड है।  17 दिसम्बर 1971 को बंग्लादेश को आजाद राष्ट्र घोषित किया गया। उन्होंने बताया कि इस युद्ध में भारतीय सेना के 2473 सैनिक शहीद हुए और 6661 सैनिक घायल हुए। उन्होंने कहा कि 1971 के युद्ध में कुरुक्षेत्र से कई सैनिक शहीद और 66 घायल हुए थे। इन सैनिकों ने कुरुक्षेत्र को ही नहीं पूरे हिन्दूस्तान को गौरवान्मित किया।
आरएसएस के सह विभाग कार्यवह डॉ. प्रीतम सिंह ने विजय दिवस पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि हरियाणा का हर 10वां व्यक्ति भारतीय सेना में कार्यरत है। देश में दो आत्मसम्पर्ण घटनाओं को हमेशा याद रखा जाएगा।उनमें से एक घटना 16 दिसंबर 1971 की भी शामिल है। उन्होंने बताया कि इस युद्ध में कुरुक्षेत्र जिला के अनेकों सैनिकों ने हिस्सा लिया था। सभी देशवासियों का कर्तव्य बनता है कि युद्ध में शहीद सैनिकों, युद्ध वीरांगणाओं और उनके परिजनों को जरूरी प्रोत्साहन समय-समय पर देते रहें। नगराधीश कंवर सिंह ने आगुंतकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विजय दिवस की स्मृति के क्षणों को ताजा करने व अपनी महान सशस्त्र सेना के प्रति जितना आभार व्यक्त किया जाए, उनका कम है। इस कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों ने देशभक्ति गीता प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम के मंच का संचालन डीआई गुलाब सिंह ने किया। इस मौके पर डीएसपी मुख्यालय राज सिंह, जिला सैनिक बोर्ड के अधिकारी बलदेव सिंह,अमरीक सिंह,नक्षत्र सिंह, रमेश चंद, मेजर आईजे शर्मा, सेवा निवृत सेना के अधिकारी, कर्मचारी व अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।

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