April 18, 2024

 

सामाजिक व सांस्कृतिक क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बना चुकी संस्था नैशनल इंटेग्रेटेड फ़ोरम आफ आर्टिस्ट्स एंड एक्टिविस्टस (निफ़ा) के 20 वे स्थापना दिवस को आज पूरे देश में हर्षोल्लास व जोश के साथ मनाया गया।

जहां देश भर में निफ़ा की शाखाओं ने रक्त दान शिविर व पौधा रोपण के कार्यक्रम आयोजित किए वहीं संस्था के करनाल मुख्यालय पर आज रक्त दान शिविर का आयोजन गोल्डन मोमेंट में किया गया जहां 52 रक्तदाताओं ने रक्तदान कर इस देशव्यापी मुहिम में अपना योगदान दिया।

कार्यक्रम का आग़ाज़ गोल्डन मोमेंट के निदेशक सुनील बिंदल, निफ़ा के संरक्षक डॉक्टर लाजपत राय चौधरी, सरदार तरलोचन सिंह, रूप नारायण चाँदना, डॉक्टर जे आर कालड़ा, सतिंदर मोहन कुमार, ज़िला रेड क्रॉस सोसायटी के सचिव कुलबीर मलिक व ज़िला बाल कल्याण अधिकारी प्रदीप मलिक के साथ निफ़ा के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रीतपाल सिंह पन्नु, राष्ट्रीय संयोजक एडवोकेट नरेश बराना, महासचिव प्रवेश गाबा, आज के शिविर के परियोजना निदेशक हरदीप वालिया, सुभाष कम्बोज, हितेश गुप्ता व ज़िला प्रधान रणजीत सिंह गरेटा ने स्थापना दिवस का केक काट कर किया ओर सभी सदस्यों में मिठाई बाँट कर ख़ुशी के इस मौक़े का जशन मनाया गया।

कार्यक्रम में उपस्थित करनाल के मौजीज लोगों ने निफ़ा द्वारा बीस वर्षों में राष्ट्र व समाज हित में किए गए उल्लेखनीय कार्यों का ज़िक्र किया ओर निफ़ा की उपलब्धियों के लिए बधाई दी इनमे येस वी केन के प्रधान संजय बत्रा, सिटिज़ेंस ग्रीवन्स कमेटी के रजनीश चोपड़ा, केंद्रीय आर्य युवक परिषद से अजयदीप आर्य, निफ़ा के सह सचिव जसविंदर सिंह बेदी, आजीवन सदस्य प्रफ़ेसर कृष्ण अरोड़ा, एस एस पाहवा, राज कुमार मनुजा, ओ पी सचदेवा, समाज सेवी महेश शर्मा, संदीप लाठर, आदि शामिल रहे। कार्यक्रम के बाद निफ़ा की ओर से स्लम एरिया में चल रही केयर क्लास, एम. डी. डी. बालभवन (अनाथआश्रम), अपना आशियाना व कोड़ी कालोनी में लड्डू बाँटे गए।

निफ़ा अध्यक्ष प्रीतपाल सिंह पन्नु ने बताया कि संस्था द्वारा करनाल ज़िले में 20 दिन तक हर रोज़ एक रक्त दान शिविर लगाया जाएगा जिसकी शुरुआत कल निलोखेड़ी से की गई थी ओर आज दूसरे दिन यह शिविर करनाल में आयोजित किया गया। आने वाले 9 अक्तूबर तक हर रोज़ ये रक्तदान शिविर रहेगा ओर इस रक्तदान से थैलीसीमिया के मरीज़ जिन्हें महीने में दो बार रक्त चढ़ाना पड़ता है को विशेष लाभ होगा।

ये रक्तदान शिविर ज़िला रेड क्रॉस सोसायटी, सिवल अस्पताल व कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के ब्लड बैंक के सहयोग से लग रहा है। निफ़ा संयोजक एडवोकेट नरेश बराना ने बताया कि इस समय पूरे देश में निफ़ा परिवार का हर सदस्य उत्साह से भरा हुआ है व संस्था के 20 वर्ष पूरे होने पर सभी खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं ओर आने वाले समय में निफ़ा की टीम दुगने उत्साह से राष्ट्र व समाज सेवा के क्षेत्र में कार्य करेगी।

आज के रक्तदान कार्यक्रम के परियोजना निदेशक हरदीप वालिया व सुभाष कम्बोज ओर सह परियोजना निदेशक हितेश गुप्ता व वरुण कश्यप रहे। निफ़ा गो ग्रीन इंडिया अभियान के परियोजना निदेशक राजीव मल्होत्रा ने बताया कि निफ़ा ने पूरे देश में 20 लाख पौधे लगाने का जो संकल्प लिया था उसे रक्त दान के साथ साथ चलाया जा रहा है व पौधे लगाने के साथ साथ पौधे बाँटे भी जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि हर रक्त दाता को रक्त दान के प्रमाण पत्र व प्रशस्ति पत्र के साथ साथ एक पौधा व गुरु नानक देव जी के स्थानो की पवित्र मिट्टी व जल भी भेंट किया जा रहा है ताकि रक्त दान के साथ साथ पर्यावरण को शुद्ध व हरा भरा रखने का संदेश भी समाज को दिया जा सके। आज के आयोजन में ज़िला प्रधान रणजीत सिंह गरेटा, महासचिव हितेश गुप्ता, करनाल के शहरी प्रधान वरुण कश्यप, इंद्री के प्रधान जगतार सिंह का विशेष योगदान रहा।

देश ओर विदेश में करनाल का नाम रोशन किया निफ़ा ने। विगत बीस वर्षों में निफ़ा ने अपने कार्यों से अनेक ऐसे मौक़े दिए जब करनाल वासियों को गर्व की अनुभूति हुई। विगत 20 वर्षों निफ़ा की कुछ उपलब्धियाँ इस प्रकार रही

1. हरियाणा की एकमात्र संस्था जिसे राष्ट्रीय युवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया

2. करनाल जैसे छोटे से शहर से निकल कर निफ़ा आज देश के 27 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में अपनी शाखाएँ शुरू कर चुकी है ओर हज़ारों युवा आज निफ़ा के साथ जुड़कर राष्ट्र सेवा का कार्य कर रहे हैं

3. निफ़ा में देश की झोली में 6 गिनीज़ बुक आफ वर्ल्ड रेकर्ड डाले जो लिंग समानता, विश्व शांति, एड्ज़ जागरूकता, भ्रष्टाचार के विरुद्ध, कथक नृत्य व स्वास्थ्य को प्रोत्साहित करने के लिए बनाए गए।

4. निफ़ा के निमंत्रण पर मरिशस के राष्ट्रपति, प्रधान मंत्री, अनेक देशों के राजदूत, जापान, मरिशस, अमेरिका, कनाडा, इंडोनेशिया, मलाएशिया, रूस, फ़िजी, पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, न्यूज़ीलैंड, असतोनिया, बुल्गारिया जैसे अनेक देशों के सांस्कृतिक व सामाजिक जत्थे आदान प्रदान के लिए भारत व विशेषत करनाल आए ओर देश के विभिन्न हिस्सों के युवा सामाजिक कार्यकर्ताओं व कलाकारों को इन देशों में अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिला।

5. निफ़ा के हारमनी कार्यक्रम ने करनाल को अंतरराष्ट्रीय पटल पर पहचान दिलाई

6. निफ़ा ने वन इंडिया राइड, गीता सद्भावना यात्रा के माध्यम से जहां पूरे देश में सड्क मार्ग से राष्ट्र भक्ति, प्रेम, भाईचारे व शांति का संदेश दिया वहीं गुरु नानक सद्भावना यात्रा के माध्यम से अनेक देशों में गुरु नानक देव जी के संदेश को पहुँचाया व पूरे रास्ते पर पौधा रोपण किया।

7. लोहड़ी बेटी के नाम व बेटियों के जनम पर कुआँ पूजन जैसी अनेक नई परम्पराएँ निफ़ा में शुरू की जिन्हें ओर लोगों ने अपनाया।

8. कल्पना चावला मेडिकल कोलेज के निर्माण के लिए किए गए संघर्ष को निफ़ा ने लीड किया जिसकी वजह से इस मेडिकल कॉलेज को वर्षों पुरानी माँग पूरी हुई।

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