March 29, 2024

करनाल (भव्य नागपाल): सर्दी का मौसम शुरू होते ही डकैती, लूट जैसी घटनाएं बढ़ जाती है और ये मौसम पुलिस का भी सिर दर्द बढ़ा देता है। शहर की दयाल सिंह कॉलोनी में बदमाश ने उद्योगपति जगदीश मुटरेजा के घर में घुसकर उनकी बुजुर्ग मां भरत देवी को बंधक बना लिया। इसके बाद बदमाश ने घर में लूटपाट की। वह घर से आठ लाख रुपये की नकदी लूटकर बदमाश फरार हो गया। पड़ोसियों ने उद्योगपति की मां को बंधी हालत में देखा तो पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की छानबीन शुरू कर दी है। वहीं पॉश एरिया में लूट की घटना से पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया।

उद्योगपति जगदीश मुटरेजा का शहर की पॉश कॉलोनी दयाल सिंह कॉलोनी में घर है। जगदीश शनिवार की रात करीब पौने नौ बजे अपनी पत्नी के साथ एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए पानीपत गए थे। इससे पहले उसका बेटा एक अन्य कार्यक्रम के लिए घर से गया था। घर में उनकी मां भरत देवी अकेली थी।

पुलिस के मुताबिक, करीब नौ बजे एक बदमाश घर में घुस गया और उसने भरत देवी के मुंह पर बैंडेज बांध दी और एक कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद उसने घर में अलमारियों को खंगाला और घर में रखी करीब आठ लाख रुपये की नकदी लूटकर फरार हो गया। जैसे-तैसे वह घर से बाहर आई और शोर मचाया। पड़ोसियों ने उनके हाथ खोले और पुलिस को सूचना दी।

इसके बाद सिविल लाइन थाना एसएचओ मोहन लाल मौके पर पहुंच गए और घटनास्थल वाले कमरे को सील कर दिया। एसएचओ मोहन लाल ने बताया कि सुबह फॉरेंसिक टीम को बुलाकर जांच कराई जाएगी। घटना के दौरान आसपास के क्षेत्र में जो संदिग्ध गतिविधियों की पड़ताल की जा रही है। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जाएगी।

 

सेक्टर तीन में है जगदीश मुटरेजा का फैक्टरी

उद्योगपति जगदीश मुटरेजा की सेक्टर तीन में फैक्टरी है। इस फैक्टरी पॉलीथिन प्रिंटिंग का काम होता है। पुलिस का कहना है कि बदमाश ने लूट की घटना को अंजाम देने से पहले रेकी की थी। उसे मालूम था कि परिवार के सदस्य कब घर से बाहर जाएंगे। इसके बाद ही उसने वारदात की।

 

जेवरात पर नहीं पड़ी बदमाश की नजर

परिवार के सदस्यों का कहना है कि घर में लाखों की रुपये के जेवरात भी रखे थे। लूट के दौरान बदमाश ने केवल नकदी लूटी, जेवरात पर उसकी नजर नहीं पड़ी। यदि जेवरात भी मिल गए होते तो लूट में गए सामान की कीमत कई लाख और बढ़ जाती। जाते समय नए नोटों की एक गड्ढी बदमाश के हाथ से छूटकर वहीं गिर गई।

 

 

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